मंत्री जी से विधायक ने ऐसा पूछा सवाल की जवाब में फंस गए मंत्री, पहले दिन ही सदन में विपक्ष पड़ा भारी

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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन दिनभर गहमा-गहमी रही। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर सवाल-जवाब हुए। वहीं, बीजेपी विधायकों ने भी अपनी सरकार से कई सवाल किए। सोमवार को पहले दिन एक अजीब वाक्या देखने को मिला। कांग्रेस विधायक ने ऐसा सवाल किया कि मंत्री उसका जवाब नहीं दे पाए। मंत्री ने जो जवाल सदन में दिया वह हकीकत से कोसों दूर था। दरअसल, कांग्रेस विधायक जनकराम धु्रव ने गरियाबंद जिले में वनभूमि पट्टे के फर्जी दस्तावेज को लेकर सवाल किया था। विधायक जनकराम धु्रव ने गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखंड के शोभा ग्राम पंचायत का मुद्दा उठाया था। विधायक ने सदन में कहा कि वन भूमि पट्टा के लिए दस्तावेजों में सरपंच और सचिव के फर्जी हस्ताक्षर और सील का उपयोग करके वनाधिकार के लिए फर्जी मांग पत्र तैयार किया गया। इस मामले की शिकायत कलेक्टर से भी हुई थी। मंत्री बताए कि इस मामले में एफआईआर कब दर्ज होगी?

जवाब देने में फंस गए मंत्री
कांग्रेस विधायक जनकराम धु्रव के सवाल का जवाब देते हुए राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा सहज नजर आए। उन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच हो गई है। मंत्री के जवाब के बाद इस मामले में खुलासा हुआ कि जिनके नाम से शिकायत की गई है इस मामले में कोई लिखित शिकायत ही नहीं दी गई है ऐसे में एफआईआर दर्ज करने का सवाल ही नहीं उठता है। इसके बाद मंत्री टंकराम वर्मा सदन में असहज नजर आए।

सदन में पहले दिन विपक्ष ने घेरा
सदन के पहले दिन विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। विषणुदेव साय की कैबिनेट के अयोध्या में भगवान राम के दर्शन और बेर ले जाने के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि जब बेर का सीजन ही नहीं आया तो सीएम अपने साथ बेर कहां से ले गए। बता दें कि हाल ही में सीएम विष्णुदेव साय अपनी पूरी कैबिनेट के साथ भगवान राम के दर्शन के लिए अयोध्या गए थे।

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Author: Samarthy News

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