कोरबा। बड़ी खबर सरगुजा जिले के तारा परसा खदान से निकल आ रही है जहां पुलिस फोर्स लगा कर पेंड कटाई शुरू की गई उस दौरान जंगल बचाने वालों को पुलिस कि हिंसक झड़पों से दर्जनों लोगों को गम्भीर चोंटे आई है। वहीं दुसरी तरफ ग्रामीणों की माने तो जिस तरीके से पेड़ कटाई की जा रही है वह विधि अनुरूप नहीं है। ग्रामीणों ने यह भी बताया की फर्जी ग्राम सभा प्रस्ताव के द्वारा स्वीकृति दी गई ये न्याय संगत नहीं है।
आपको यह भी बता दे कि अनुसूचित जनजाति आयोग के जांच आदेश आते तक यथा स्थिति बनाए रखने की नोटिस जारी होने पर भी, धड़ल्ले से पेड़ कटाई की जा रही है यह आयोग की नोटिस का उलंघन है। एक बड़ी खबर यह भी निकल आ रही है कि अदानी कंपनी के एक मजदूर की मौत पेड़ काटते समय हो गई। आपको बताना यह भी जरूरी है कि कोयला खदान खोलने का सिलसिला बडे़ ही जोरो शोरो से अदानी कंपनी के द्वारा तारा के परसा जंगल में की जा रही है। जहां रूथानीय ग्रामीण लामबंद होकर पेड कटाई का पूरजोर विरोध में जुटे हुए थे। जहंां आप विडियों में ग्रामीणों को खदेडते भी देख सकते है। ग्रामीण को डंडे व लाठी लेकर पेड़ कटाई को रोकने का पूरजोर विरोध मंे जुटे हुए थे जहां उन्हें खदेडा जा रहा है। वहीं दुसरी तरफ एक बड़ी खबर यह भी निकल आ रही है कि 27 वर्षीय कमलेश्वर सिरदार पिता अकालूराम सिरदार ग्राम लक्ष्मणगढ़ निवासी की मौत पेड़ काटते वक्त हो गई। बताया जा रहा है कि मजदूर कमलेश्वर सिरदार के उपर ही पेड गिर गया जिससें की उसकी मौत हो गई। जिसे उपचार के लिए उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य कें्रद्र ले जाया गया, मगर घायल कलेश्वर सिरदार की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने अंबिंकापुर रिफर कर दिया जहां उसकी मौत हो गई। वहीं दुसरी तरफं हसदेव अरण्य बचाओं संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताएं कि हमारी आंदोलन बहुत लंबे दिनों से अहिंसक लोकतांत्रिक चली आ रही है। समिति ने सभी ग्रामीणों से अपील की है कि किसी के भी उस्कावे में ना आएं और लोकतान्त्रिक शांति पूर्ण तरीके से न्याय मिलते तक आंदोलन जारी रखें।
19 अक्टूबर को अंबिंकापुर में बैठक
आप सभी को ज्ञात हो कि 17 अक्टूबर 24 को अदानी के कारण हसदेव में पेड़ कटाई हो रही थी उसी दौरान स्थानीय हसदेव अरण्य के लोग एवं सर्व आदिवासी समाज के क्रांतिकारी जनों के साथ पुलिस प्रशासन द्वारा एवं अदानी के इशारों पर हमारे आदिवासी साथियों रामलाल कारियम एवम अन्य स्थानीय लडको, लड़कियों पर लाठी चार्ज एवं आंसू गैस के गोली छोड़े गए। जिससें सिर हाथ पैर टूटने एवम खून निकलने के कारण हमारे साथियों गंभीर रूप से घायल हो गए थें।
इसी मुद्दंे पर 19 अक्टूबर 24 शनिवार को पीजी कॉलेज माता राजमोहनी भवन परिसर में आवश्यक बैठक किया जा रहा है। जिसमें सरगुजा संभाग के सभी आदिवासी एसटी, एससी, ओबीसी एवं सरगुजा के स्थानीय सभी जनता, महिला प्रभाव, युवा प्रभाग एवं सर्व समाज तथा स्थानीय जनता से अपील किया गया है कि अन्याय होने से जो सरगुजा आदिवासियों की एकता एवं अखंडता पर प्रहार करते हुए सरगुजा की लोक शांति को भंग किया जा रहा है जिससे सरगुजा की कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ गई है अतः सर्व एसएटी, एससी, ओबीसी एवम अंबिकापुर निवासियों, सर्व समाज से आग्रह किया गया है कि सरगुजा के जंगल को बचाने एवं आदिवासियों पर हो रहे लाठी चार्ज जैसे गंभीर मुद्दों पर आवश्यक वृहद रणनीति बनाने हेतु बैठक आयोजित किया गया है। जिसमें सरगुजा की लोक शांति बनी रहें तथा हमारे साथियों को न्याय दिलाने एवं जंगल को बचाने के लिए वृहद रणनीति की आवश्यकता है जिससे सरगुजा की एकता और अस्मिता को बाहरी अक्रांता लोगों से बचाया जा सके।