इंटक अध्यक्ष बनने रमेश कुमार तिवारी ने इंटक सदस्यों से किया धोखाधड़ी, एसईसीएल इंटक केन्द्रीय अध्यक्ष ने किये तिवारी के हसदेव क्षेत्र कमेटी को भंग

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अनूपपुर। एसईसीएल के हसदेव क्षेत्र में एसईकेएमसी (इंटक) के क्षेत्रीय अध्यक्ष बनने रमेश कुमार तिवारी ने एसईसीएल इंटक केन्द्रीय अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह को गुमराह कर अपने एसईसीएल से सेवामुक्त होने के बाद स्वयं को कमेटी का अध्यक्ष पद रखते हुयें एसईकेएमसी (इंटक) हसदेव क्षेत्र के कमेटी की घोषणा 16 जनवरी 2023 को करा लिये लेकिन श्री तिवारी 31 दिसम्बर 2022 को एसईसीएल कंपनी से सेवा मुक्त हो चुके रहे।


गौरतलब है कि एसईसीएल में एसईकेएमसी (इंटक) 2015 से ही विवदों में चल पडी जिसके मुख्य रूप से हसदेव क्षेत्र के तीन इंटक सदस्य आर.एस. पाठक रमेश कुमार तिवारी, रामबहादूर सिंह रहे। हसदेव क्षेत्र के एसईकेएमसी (इंटक) में 2014 के पहले चुनाव हुये जिसमें महामंत्री पद के दो दावेदार जे पी श्रीवास्तव और रमेश कुमार तिवारी थे। श्री तिवारी जे पी श्रीवास्तव से हार गये और वही से एसईकेएमसी (इंटक) हसदेव क्षेत्र इंटक में दो गुट बन गया ।श्री तिवारी आर.एस.पाठक व रामबहादूर सिंह को लेकर कम्पनी स्तर पर भ्रम बाजार जमा डाले जिससे एसईसीएल में गोपालनारायण सिंह और पीकेराय गुट का जन्म हो गया । गोपालनारायण सिंह की टीम एसईसीएल के आईआर सिस्टम में आ गयी । रामबहादूर सिंह के मुताबिक 2017 में कम्पनी स्तर पर पत्र क्रमांक एसईकेएमसी (इंटक)/पीआरई (सी) नोटिस/17/114 दिनॉंक 11 जुन 2017 के तहत गोपालनारायण सिंह की अध्यक्षता वाली कमेटी बनी जिसमें हसदेव क्षेत्र केआर.एस. पाठक उपाध्यक्ष, रमेश कुमार तिवारी अतिरिक्त महामंत्री एवं रामबहादूर सिंह सचिव बनेएवं हसदेव क्षेत्र का कमान श्रीतिवारी को अध्यक्षता में बनी। समय बितता गया और आर.एस.पाठक, रामबहदूर सिंह सेवा मुक्त हो गये। श्री तिवारी अपने चतुराई से कम्पनी से सेवा मुक्त होने के बाद एसईसीएल इंटक केन्द्रीय अध्यक्ष गोपालनारायण सिंह को गुमराह कर 16 जनवरी 2023 को हसदेव क्षेत्र के इंटक की क्षेत्रीय कमेटी का विस्तार हो करा लिये जिसमें स्वयं अध्यक्ष बने। रमेश कुमार तिवारी अध्यक्ष तो बन गये लेकिन संगठन में सदस्य संख्या बढा नही पाते रहे। स्वयं बिजुरी कालरी में पदस्थ रहे वहॉं बडी ही मुश्किल से 29 सदस्य बना पाते लेकिन 2023 मार्च में जेपी श्रीवास्तव, राजकुमार सिंह, प्रदीप सिंह, विक्रमा सिंह इंटक के साथ मेम्बरशीप सत्यापन में शामिल हुये तो इंटक पीछले वर्ष के सदस्य संख्या से दोगुने के करीब पहुॅंच गये। इस बात का डर सदैव तिवारी के मन में बना रहता रहा। इसके लिये हसदेव क्षेत्र के शाखा कमेटी में अपने चहेतों को बैठाने लगे। जिसको लेकर रामबहादूर सिंह असहमत होते रहे। बहेराबाध कालरी में कार्यरत एक साथी को उसके योग्यता के मुताबिक पदस्थ कराने की श्री तिवारी से सिफारिश करते रहे लेकिन तिवारी ने एक नही सुनी। जिसका खाम्यिाजा यह हुआ कि रामबहादूर सिंह जबलपुर हाई कोर्ट के वकील ए.एस बघेल से गोपाल नारायण सिंह को एक लिगल नोटिस दे दिये। जिसमें ट्रेड युनियन संविधान का उल्लेख करते हुये लिखा है कि एसईसीएल से सेवामुक्त व्यक्ति अध्यक्ष पद पर नही रह सकता। गोपाल नारायण सिंह को नोटिस संज्ञान में आते ही बिषय पर गम्भीरत से अपने स्तर जांच किये तो पाया कि हसदेव क्षेत्र इंटक की कमेटी विस्तार में चुक हो गया है। तो तत्काल पत्र क्रमांक एसईकेएमसी (इंटक)/पीआरई (सी) 24/59 दिनॉंक 22 मई 2024 हसदेव क्षेत्र के क्षेत्रीय इंटक कमेटी भंग कर एक नई संचालन समिति बना दिये ।
                 रमेश कुमार तिवारी हसदेव क्षेत्र इंटक में अपना दबदबा बनाये रखने के लिये झगराखण्ड उपक्षेत्र के जेसीसी सदस्य हरिहर सिंह को भी हटा कर अपने चहेतो को उपकृत कर दिया। हरिहर सिंह ने भी केन्द्रीय अध्यक्ष को पत्र लिख कर श्री तिवारी की शिकायत किये। हरिहर सिंह को गोपाल नारायण सिंह ने भरोसा दिलाये है कि मेम्बरशीप सत्यापन्न के बाद आप को उचित स्थान पर सामायोजन किया जायेगा।

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Author: Samarthy News

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