ठेकेदार ने मिस्त्री की लाश को टंकी में दफनाया और फिर निभाया फिल्म दृश्यम का रोल, जानिए क्या है पूरा मामला

Picture of Samarthy News

Samarthy News


अंबिकापुर। मैनपाट थाना क्षेत्र में लूरेना गांव में तीन महीने से लापता राजमिस्त्री का कंकाल पानी की टंकी के नींव के नीचे दफन मिला है। ठेकेदार ने चोरी के शक पर कर्मचारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी और फिर फिल्म दृश्यम का फॉर्मूला अपनाते हुए उसकी लाश को जल जीवन मिशन के तहत हुए पानी टंकी निर्माण के नीचे नींव में दफन कर दिया था। पुलिस को शक न हो इसलिए उसके मोबाइल को मुंबई और गोवा में भेजवा दिया था। इधर मृतक की पत्नी के कई बार गुहार लगाने के बाद आखिर पुलिस आरोपी ठेकेदार तक पहुंची और उसकी लाश को बाहर निकलवाया।
             जानकारी के मुताबिक, ठेकेदार अभिषेक पांडेय नल जल योजना के तहत सरगुजा जिला के सीतापुर क्षेत्र में काम करवा रहा था। संदीप लकड़ा उसी ठेकेदार के यहां काम कर रहा था। बताया जा रहा है कि छह जून को अभिषेक पांडेय का सिमेंट छड़ चोरी हो गया था, इसकी रिपोर्ट सीतापुर थाने में दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने ठेकेदार अभिषेक पांडेय की रिपोर्ट पर संदीप लकड़ा एवं उसके एक अन्य साथी पर चोरी का अपराध दर्ज किया था। पुलिस ने मामले में संदीप के साथ काम करने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया था। इस बीच संदीप अचानक कहीं गायब हो गया था। पुलिस को लग रहा था कि संदीप कहीं भाग गया है। संदीप लकड़ा के मोबाइल का लोकेशन मुंबई और गोवा में बता रहा था, पुलिस मुंबई और गोवा में जहां-जहां उसका लोकेशन बता रहा था। वहां पहुंचे लेकिन पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लग पाई थी। संदीप के गायब होने के दो माह बाद भी कुछ पता नहीं चलने पर उसके परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए ठेकेदार अभिषेक पांडेय सहित अन्य लोगों पर अपराध दर्ज कराया था, तब पुलिस ने सिर्फ अपहरण मारपीट और आदिवासी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस ठेकेदार अभिषेक पांडेय से पूछताछ किया तो उल्टे उसके परिवार वालो पर ही संडे खड़ा करते हुए कहा था कि उसके परिजनों को पता है वह कहां है। पुलिस ने गत दिनों फिर से ठेकेदार और उसके सहयोगियों से कड़ाई के साथ के साथ पूछताछ की तो ठेकेदार अभिषेक पांडेय और उसके सहयोगियों ने बताया कि चोरी की घटना को लेकर उनमें आक्रोश था। उसने बताया कि संदीप की पिटाई के दौरान मौत हो चुकी थी। उसकी मौत के बाद मैनपाट क्षेत्र के लुरैना तिब्बती कैंप से कुछ दूर बड़का पारा में जहां नल जल योजना के तहत पानी टंकी बननी थी, उसी पानी टंकी के नींव के लिये खोदे गए गड्डा में उसकी लाश को डाल दिया और फिर उस गड्ढे को पाट कर उस पर पानी टंकी बना दी। सगुजा एसपी योगेश पटेल ने कहा कि संदीप लकड़ा के कंकाल को बरामद कर लिया गया है। जरूरत पड़ने पर कंकाल का डीएनए कराया जाएगा। लूरेना गांव की घटना पर पूर्व मंत्री अमरजीत भगत का बयान सामने आया है। उन्होनें न्याय की मांग और सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और इसने आदिवासी समाज की सुरक्षा पर गंभीर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है। मुख्यमंत्री, जो स्वयं आदिवासी समाज से आते हैं को यह सुनिश्चित करना होगा कि इस मामले में न्याय हो। क्या सरकार आरोपियों के खिलाफ कठोर कदम उठाएगी और क्या उनके घरों पर बुलडोजर चलाकर कार्रवाई की जाएगी, जैसा कि अन्य मामलों में देखा गया है? परिजनों ने पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है, जिसमें समय पर कार्रवाई न करने और शिकायतों की अनदेखी करने की बातें शामिल हैं। अमरजीत भगत ने सरकार से मांग की है कि वे इस मामले की निष्पक्ष और तेज जांच सुनिश्चित करें ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।

Samarthy News
Author: Samarthy News

Leave a Comment

Leave a Comment

इस पोस्ट से जुड़े हुए हैशटैग्स

error: Content is protected !!