कोरबा@दीपका कालरी। कोरबा जिले के उपनगरीय क्षेत्र दीपका कॉलरी जो कोयले का सोने का खदान कहे जाने वाले श्रमिकों के कालोनियों की हालत दो दिनों की बारिश में एसईसीएल की रखरखाव की पोल खोल कर रख दिया है।
आपको बता दे कि पिछले 24 घंटे से क्षेत्र में लगातार बारिश होने के कारण आम जनजीवन तो प्रभावित हुआ ही है वहीं दुसरी तरफ एसईसीएल व निगम की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दिया है।
ज्ञात हो कि क्षेत्र में बारिश आने के पूर्व नालियों की निर्माण व नालियों की साफ सफाई की जाती है। लेंकिन इसके बावजूद भी 24 घंटे बारिश ने एसईसीएल व नगरपालिका दीपका की रखरखाव की पोल खोल दी है ये हम नहीं ये तस्वीर ही बयां कर रही है। दीपका के प्रगति नगर बी टाईप क्वाटर, अस्पताल, दीपका हाऊस, स्टेट बैंक परिसर और सड़को पर 2 से 3 फीट पानी घुसा। प्रबंधन द्वारा हर साल बारिस के पहले इसकी तैयारी की जाती है व लाखों रूपये खर्च की जाती है। लेकिन व्यवस्था के नाम कुछ नहीं की गई है।
जिससंे प्रबंधन की मनमानी का पता चलता है। गंदें पानी की रूकावट की वजह से ही क्षेत्र में मलेरिया जैसे बिमारियों से स्थानीय नागरिक परेशान रहते है। जिसकी सूध दीपका प्रबंधन को शायद नहीं है। इस गंदे पानी के जमावाड़ा से कीट नाशकों की छिड़काव भी नहीं हो पा रहा है जिससें की मच्छर, मक्खियों का पनपना आम बात हो गई है। कालरी प्रबंधन अगर बारिश की पानी का निकासी व साफ-सफाई पर ध्यान सही समय पर नहीं देता है तो क्षेत्र में लोगो को महामारी से नहीं रोका जा सकता।