एसईसीएल उच्च प्रबंधन कर्मचारियों को उनका हक देने में हो रहा विफल-अख्तर

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रिपोर्ट@मनोज सिंह
अनूपपुर@मध्यप्रदेश। हिन्द मजदूर सभा की ओर से कोल इंडिया सेफ्टी बोर्ड मे प्रतिनिधि अख््तर जावेद उस्मानी ने एसईसीएल के चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर और डायरेक्टर पर्सनल को पत्र लिखकर पिछले कई वर्षों से एसईसीएल मुख्यालय द्वारा शिक्षित और नवयुवक श्रमिकों को उच्च पदों पर चयन और पदोन्नति से वंचित रखे जाने की सुनियोजित और सुविचारित षडयंत्र की ओर ध्यान आकर्षित किया है। यह सिलसिला 2020 से शुरु हुआ था जब जूनियर डेटा एन्ट्री आपरेटर पद पर 6 अक्टूबर 2020 को चयन प्रक्रिया मुख्यालय से करने का नोटिफिकेशन हुआ था। कोल इंडिया लिमिटेड मे ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर कैडर स्कीम का निर्माण होता है, इसमे क्लर्क, डेटा एन्ट्री आपेरेटर, माइनिंग सरदार फोरमैन सभी का जोन आफ प्रमोशन एरिया है न कि कंपनी, लेकिन कैडर स्कीम को उल्लंघित कर बिना किसी अधिकार के इसे कंपनी ने अपने हाथों मे लिया है।
क्लर्क पद के लिये कम्प्यूटर टेस्ट कैडर स्कीम मे नही है लेकिन इसलिये ये सब किया जाता है कि कोई न कोई मान. हाईकोर्ट जा कर स्टे ले ले और मजदूरों को पदोन्नति न देनी पड़े। डेटा एन्ट्री आपरेटर की लिखित परीक्षा मे 17 प्रश्न गलत थे, फलस्वरूप परीक्षा निरस्त करनी पड़ी,इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 96 लाख रुपये लगा, करीब 800 अभ्यर्थियों को यात्रा आदि भत्ता अलगसे भी दिया गया, जो 3000 रुपये प्रति ब्यक्ति था, दो बार परीक्षा हुई। कोई जिम्मेदारी नही किसी की और अंत मे एक भी डेटा एन्ट्री आपरेटर कंपनी चयन नहीं कर पाई।
          इसी तरह से दो वर्षों से लिपिक, स्टोर कीपर, लोडिंग क्लर्क की परीक्षायें जानबूझ कर नहीं की जा रही हैं। एकाउंट्स क्लर्क के लिये भी एस ई सी एल मुख्यालय कूद पड़ा है, ताकि यह भी सालो साल लटका रहे,जो अधिकारी पहले वाली अधिसूचनाओं पर सालों साल से कुछ नहीं कर पा रहे हैं या जानबूझ कर नही रहे हैं वही एकाउंट्स क्लर्क का प्रलोभन ले कर सामने आयें हैं। अधिसूचना पर अधिसूचना पर नतीजा शून्य है। कैडर स्कीम का उल्लघंन, जोन आफ प्रमोशन का उल्लघंन, मिशन जटायु कहां हैं जब स्वयं मुख्यालय मे यह हो रहा है। अख्तर जावेद उस्मानी ने एसईसीएल को यह चेताया है कि झुनझने और लाली पाप से काम नहीं चलेगा, नौजवान शिक्षित मजदूर कुंठित हो रहा है। कलरफुल एक्सरसाइज आफ पावर की इंतेहा हो गई है। अब मजदूर ये नही कहेगा कि जिस तरह चाहो बजाओ इस सभा मे हम नहीं हैं आदमी है हम झुनझुने नही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र इस स्थिति में सुधार की कार्रवाई नही हुई तो एसईसीएल में एक व्यापक आंदोलन चलाया जायेगा ताकि कर्मचारियों को मिलने वाला उनका हक उनको मिल सके।

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Author: Samarthy News

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