कोरबा। गत दिवस डी राम चंद्र राव और मेदुरी विजय बाबू ने ऑल इण्डिया कोल पेंशनर्स एसोसिएशन (एआईसीपीए), सिंगरेनी रिटायर्ड एम्प्लॉईस वेल्फेयर एसोसिएशन और ऑल इण्डिया एसोसिएशन ऑफ कोल एक्सएकूटिव्स (एआईएसीई) की ओर से हैदराबाद में कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी से मुलाकात की। उन्होंने कोयला कर्मचारियों की पेंशन में संशोधन के लिए मंत्री को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में अपर्याप्त पेंशन पर जीवित रहने वाले कोयला पेंशन भोगियों की पीड़ा को दर्शाया गया और कोयला पेंशन भोगियों को तड़पाने वाले मुद्दों को सुलझाने के लिए कोयला और खान मंत्रालय से तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया। केंद्रीय मंत्री ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए पेंशन को उचित रूप से बढ़ाने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने का आश्वासन दिया।
ज्ञापन सौंपने के बाद, प्रतिनिधिमंडल ने कोयला मंत्री को सीआईएल और एससीसीएल के कोयला क्षेत्र में पेंशनभोगियों की दयनीय स्थिति से अवगत कराया। उन्हें बताया गया कि देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कई वर्षों तक गंदे वातावरण में काम करने के बावजूद कई पेंशनभोगियों को 1000 रुपये प्रति माह से भी कम पेंशन मिल रही है। यहां तक कि 2007 से पहले सेवानिवृत्त हुए उच्चतम बोर्ड स्तर और बोर्ड स्तर से नीचे के अधिकारियों को भी मामूली पेंशन मिल रही है, जो कष्ट रहित जीवन जीने के लिए अपर्याप्त है। एआईसीपीए के संयोजक पी. के. सिंह राठौर ने बताया कि वर्तमान पेंशन राशि से गरीब पेंशन भोगी भुखमरी के कगार पर हैं और सरकार को पेंशन बढ़ाने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।